बिहारशरीफ (नालंदा)। जेपी बीएड कॉलेज परिसर में आयोजित दस दिवसीय संयुक्त वार्षिक एनसीसी कैंप बुधवार को उत्साह और उमंग के साथ संपन्न हुआ। समापन अवसर पर कैंप कमांडेंट कर्नल राजेश बाहरी ने कैडेट्स को संबोधित करते हुए कहा कि एनसीसी केवल एक प्रशिक्षण कार्यक्रम नहीं, बल्कि युवाओं के व्यक्तित्व निर्माण की धुरी है। उन्होंने कहा कि एनसीसी से जुड़कर युवा न केवल शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत होते हैं, बल्कि उनमें नेतृत्व क्षमता और राष्ट्रभक्ति की भावना भी विकसित होती है।
इस शिविर में 500 से अधिक कैडेट्स ने हिस्सा लिया। दस दिनों तक चले इस प्रशिक्षण में कैडेट्स ने ड्रिल, परेड, फायरिंग, फील्ड क्राफ्ट, मैप रीडिंग, योग, शारीरिक व्यायाम, सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और सामुदायिक सेवा जैसी विभिन्न गतिविधियों में भाग लिया। इन गतिविधियों ने अनुशासन, सहयोग, आत्मविश्वास और समाजसेवा का संदेश दिया।
समापन सत्र में कई कैडेट्स ने अपने अनुभव साझा किए। एक कैडेट ने कहा कि इस शिविर ने उन्हें सिखाया कि कठिन परिस्थितियों में भी धैर्य और आत्मविश्वास से लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। दूसरे कैडेट ने कहा कि टीमवर्क और आपसी सहयोग ही सफलता का आधार है और यह शिक्षा उन्हें यहाँ मिली।
कैंप कमांडेंट ने कैडेट्स से फीडबैक लिया तथा उनकी समस्याओं और सुझावों पर चर्चा की। बेहतर प्रदर्शन करने वाले लगभग 50 कैडेट्स को प्रशस्ति पत्र और इंसेंटिव देकर सम्मानित किया गया। सम्मान पाकर कैडेट्स के चेहरे खिल उठे और अन्य प्रतिभागियों में भी उत्साह का संचार हुआ।
समापन अवसर पर सभी कैडेट्स ने संकल्प लिया कि वे जीवन में अनुशासन, एकता और राष्ट्रभक्ति की भावना को अपनाएँगे तथा समाज और देश की सेवा के लिए सदैव तत्पर रहेंगे।
शिविर को सफल बनाने में एनसीसी अधिकारी कैप्टेन राकेश रंजन पांडेय, सेकंड ऑफिसर शैलेन्द्र कुमार, प्रवीण कुमार, थर्ड ऑफिसर शैलेश कुमार रंजन, प्रशांत कुमार, सूबेदार मेजर एल. तिग्गा, सूबेदार रुपेश गुरुंग, सूबेदार सत्येंद्र सिंह, सूबेदार मान सिंह, सूबेदार मदन सिंह मेहता, सूबेदार नितिन भिगुडे, नायब सूबेदार राजकुमार, सीएचएम नवनीत आनंद, बीएचएम राम बहादुर पुन, जीसीआई प्रीति, ईएसएम हवलदार संजय कुमार, ऋषि थापा समेत कई हवलदार, फिजिकल इंस्ट्रक्टर और सिविल कर्मियों का विशेष योगदान रहा।
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