नालंदा में एनसीसी का संयुक्त वार्षिक शिविर-XIV शुरू

स्वच्छता, अनुशासन व देशभक्ति का पाठ पढ़ा रहा एनसीसी वार्षिक शिविर

बिहार व झारखंड के 500 से अधिक कैडेट्स ले रहे हैं हिस्सा

बिहारशरीफ : जेपी बीएड कॉलेज परिसर में मंगलवार से राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) का संयुक्त वार्षिक शिविर-XIV धूमधाम से शुरू हुआ। दस दिनों तक चलने वाले इस शिविर का उद्घाटन कैंप कमांडेंट कर्नल राजेश बाहरी के ओपनिंग एड्रेस से हुआ। इस अवसर पर उन्होंने कैडेट्स से संवाद स्थापित किया और शिविर की रूपरेखा साझा करते हुए कहा कि “जीवन में सफलता पाने के लिए अनुशासन सबसे महत्वपूर्ण है। अनुशासन ही व्यक्ति को लक्ष्य की ओर ले जाता है।”
कर्नल बाहरी ने एनसीसी के मुख्य उद्देश्य युवाओं में देशभक्ति, अनुशासन, नेतृत्व क्षमता, शारीरिक- मानसिक मजबूती और सेवा भावना का विकास के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इसके अलावा राष्ट्रीय एकता और अखंडता, व्यक्तित्व विकास, शारीरिक और मानसिक सशक्तता, रक्षा सेवाओं के प्रति प्रेरणा, सेवा भावना और सामाजिक योगदान, भविष्य के अच्छे नागरिक बनाना आदि के बारे में भी विस्तार से बताया।
शिविर के उद्घाटन सत्र में बिहार सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार भी उपस्थित हुए। उन्होंने कैडेट्स को संबोधित करते हुए स्वच्छता, अनुशासन और जलवायु संरक्षण के प्रति गंभीर रहने का आह्वान किया। मंत्री ने कहा कि “युवा पीढ़ी ही समाज में परिवर्तन की सबसे बड़ी ताकत है, इसलिए उन्हें जिम्मेदारी और ईमानदारी के साथ राष्ट्रनिर्माण में भाग लेना चाहिए।”
38 बिहार बटालियन एनसीसी, बिहारशरीफ के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल राजेश बाहरी के निर्देशन में आयोजित इस शिविर में नालंदा जिले के दर्जनभर स्कूल और कॉलेजों के छात्र-छात्राओं के अलावा आसपास के जिलों से भी कैडेट्स शामिल हुए हैं। कुल मिलाकर लगभग 500 बॉयज़ और गर्ल्स कैडेट, एनसीसी अधिकारी (एएनओ) और प्रशिक्षक इसमें भाग ले रहे हैं।
शिविर का मुख्य उद्देश्य कैडेट्स का चयन कर उन्हें राष्ट्रीय स्तर के शिविरों जैसे — थल सेना कैंप, इंटर-डायरेक्टरेट स्पोर्ट्स शूटिंग कैंप, बेस्ट कैडेट प्रतियोगिता और यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम के लिए तैयार करना है।
इस दौरान कैडेट्स को ड्रिल, मैप रीडिंग, हथियार प्रशिक्षण जैसी बुनियादी सैन्य गतिविधियों के अलावा साइबर सिक्योरिटी, सेल्फ डिफेंस, ट्रैफिक कंट्रोल जैसे आधुनिक विषयों पर भी विशेष व्याख्यान दिए जा रहे हैं। साथ ही उन्हें आसपास के ऐतिहासिक धरोहरों का शैक्षणिक भ्रमण भी कराया जाएगा।
शिविर की सफलता सुनिश्चित करने के लिए एनसीसी अधिकारी कैप्टन राकेश पांडेय, सेकेंड ऑफिसर, थर्ड ऑफिसर, सूबेदार मेजर एल. तिग्गा, सूबेदार रुपेश गुरुंग, सूबेदार सत्येंद्र सिंह, सूबेदार मान सिंह, सूबेदार मदन सिंह मेहता, सूबेदार नितिन भिगुडे, नायब सूबेदार राजकुमार, सी.एच.एम. नवनीत आनंद, बी.एच.एम. राम बहादुर पुन, जी.सी.आई. प्रीति, ई.एस.एम. हवलदार संजय कुमार समेत कई हवलदार और फिजिकल इंस्ट्रक्टर के अलावा सिविल कर्मी — उमा शंकर राकेश, राजनारायण, अखिलेश कुमार, धर्मेंद्र कुमार आदि लगातार जुटे हुए हैं।
यह शिविर 2 सितंबर से 11 सितंबर तक चलेगा। इस दौरान कैडेट्स न केवल सैन्य प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे, बल्कि अनुशासन, नेतृत्व और सामाजिक सरोकारों के प्रति भी जागरूक बनेंगे।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ