पटना :- बिहार के विभिन्न जिलों और अन्य राज्यों से आए सरकारी कर्मियों ने एक स्वर में पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) को बहाल करने की मांग की। सरकारी कर्मियों ने चेतावनी दी कि ऐसा नहीं होने पर सरकारी सेवक चुनाव के समय अपनी पसंद की सरकार चुनने के लिए स्वतंत्र होंगे। एनएम ओपीएस (पुरानी पेंशन बहाली के लिए प्रतिबद्ध राष्ट्रीय संगठन) की बिहार इकाई की ओर से रविवार को पुरानी पेंशन योजना बहाल करने को लेकर पेंशन संघर्ष महारैली का आयोजन मिलर स्कूल मैदान में किया गया। एनएम ओपीएस (पुरानी पेंशन बहाली के लिए प्रतिबद्ध राष्ट्रीय संगठन) की बिहार इकाई के अध्यक्ष वरुण पांडेय ने कहा कि नई पेंशन योजना (एनपीएस) तथा एकीकृत पेंशन योजना का लगातार विरोध किया जा रहा है तथा चुनावी वर्ष में इस आंदोलन को और मजबूती प्रदान करने के लिए यह रैली आयोजित की गई।
कर्मचारियों ने कहा कि OPS उनका हक है। विधायक और सांसदों को कई बार पेंशन का लाभ मिलता है, लेकिन लाखों रेल कर्मचारियों से यह सुविधा छीन ली गई है। उन्होंने सरकार को चेतावनी दी कि अगर OPS लागू नहीं हुआ तो आंदोलन और तेज किया जाएगा। NMOPS नेताओं ने घोषणा की कि 25 सितंबर को दिल्ली के जंतर-मंतर पर देशव्यापी आंदोलन होगा। इसमें बिहार से बड़ी संख्या में कर्मचारी शामिल होंगे। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अगर OPS बहाल नहीं हुई तो आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में कर्मचारी सरकार को वोट के जरिए सबक सिखाएंगे। इस महारैली में राज्य सभी जिलों से बड़ी संख्या में सरकारी कर्मी शामिल हुए।
0 टिप्पणियाँ